
मीत का मिलना....
मीत का मिलना.... एक महत खुशी का पल होता हैं।
वह पल अत्यन्त खुशी का पल होता हैं जब अपने मीत मिल जाए।
क्या कुछ महसूस करने के लिए याद रहता हैं ?
सब कुछ हम जी लेतें हैं।
"मीत" इस शब्द में कितनी मिठास होतीं हैं, हैं ना ?
और जब मीत का एक तिनका, एक पल भी मिल जाए तो उसके बारें में क्या कहा जाए।
आत्मा से हर बात होने लगतीं हैं।
हर बात आत्मा से निकलने लगतीं हैं।
आत्मा आनंदमय वातावरण में भावविभोर हो उठतीं हैं।
हर बात में मीत ही दिखाई देतें हैं।
मीत.... हमारीं जिंदगी....
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