Monday, September 7, 2009



मन का खुलापन....



मन का खुलापन.... हर मन का एक ज़रुरीं हिस्सा।










मन का खुला होना हमारें स्वास्थ के लिए बड़ा प्रभावी माना गया हैं।


इससे स्वास्थ पर अच्छा परिणाम होता हैं।


मन के खुलें रहनें से मन तथा चित्त प्रसन्न रहतें हैं।


कहा जाता हैं की सर्व सिद्धियों को पानें के लियें मन का प्रसन्न होना बहोत ज़रुरीं होता हैं।


अगर दुसरें शब्दों में कहा जाए तो मन का प्रसन्न होना सर्व सिद्धियों को पानें का कारण बन जाता हैं।


प्रसन्न मन तथा चित्त स्वयं के साथ साथ दूसरो को भी प्रसन्न करता हैं।



मन का खुलापन.... ज़िन्दगी का एक खुशी भरा अहसास....

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