
उत्सुकता....
मन को भाने (अच्छी लगने) वाली चीज़ के बारें में जानने की उत्कंठा रखना या उत्कंठा होना उत्सुकता कहलाती हैं।
यह ऐसे चीज़ के बारें में जानने की इच्छा या उत्कंठा होती हैं जिसे कभी न जाना हो। उत्सुकता मन और आत्मा में एक मिठास जगाती हैं।
उत्सुकता भविष्य के बारें में जानने की भावना होती हैं। जानना और महसूस करने की भावना को उत्सुकता कहा जा सकता हैं।
अनजानी चीज़ को जानने की चाह रखना उत्सुकता ही तो हैं। उत्सुकता में मिठास होती हैं। उत्सुकता मीठी लगती हैं। भविष्य में होनें वालें परिणामों को जानने की इच्छा उत्सुकता कहलाती हैं।
उत्सुकता परिणामों पर निर्भर करती हैं। अगर परिणाम शीघ्र ही दिखनें या समज में आने वालें हो तो उत्सुकता की मिठास भी उतनी ही होती हैं।
उत्सुकता एक मीठी भावना होती हैं।
उत्सुकता.... जानने की आंस.....
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