Wednesday, July 22, 2009



दूरदृष्टि....




दूरदृष्टि.... एक दूर की सोच होतीं हैं ।



एक अथांग समझ होतीं हैं। इसमें परिपक्वता होतीं हैं, इसमें गहराई होतीं हैं।


इसमें परिणाम को देखनें की तथा समझनें की दृष्टी होतीं हैं।


दूरदृष्टि में सुरक्षितता छुपीं होतीं हैं। इसमें विजय की भावना होतीं हैं।


इसमें गहरीं सहनशीलता होतीं हैं। इसमें सच्चाई होतीं हैं।


इसमें हर कार्य की रूपरेखा होतीं हैं।


दूरदृष्टि परिस्थितियों पर निर्भर करतीं हैं।


जब विजय की भावना आत्मा से आ रही हो तो दूरदृष्टि अपने आप अपना कार्य करनें लगतीं हैं।




दूरदृष्टि.... आत्मा में विजय की भावना का आभास....

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